पुपरी - भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद रावण के आह्वान पर भारत बन्द का असर खूब दिखाई पड़ा।
पुपरी - भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद रावण के आह्वान पर भारत बन्द का असर खूब दिखाई पड़ा।शहर से लेकर गाँव गाँव तक बन्द समर्थक दलित ,महादलित, अतिपिछड़ा, आरक्षण समाप्त करने एवं CAA और NRC के विरोध में नारे लगाते दिखाई पड़े।
कुम्मा चौक,परिहार,बोखड़ा ,मेहसौल ,नानपुर आदि जगहों पर भाड़ी संख्या में लोग अमित शाह, नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के खिलाफ नारे लगा रहे थे।
नानपुर के ब्लॉक चौक पर दलित नेता सुंदेश्वर पासवान,अजय पासवान,विनय पासवान,MIM नेता सैयद नेयाज अहमद,कोंग्रेस ज़िला महासचिव मो गुड्डू सहित अन्य की अगुआई में ज़ोरदार प्रदर्शन किया गया।
दलित नेता सुंदेश्वर पासवान ने कहा कि अब समय आगया है दलित मुस्लिम एकता को मजबूत करने का नहीं तो यह मनुवादी लोग दलितों और मुस्लिमों पर अत्याचार करने से बाज़ नहीं आएंगे।यह 15 परसेंट लोग हम 85 परसेंट पर हुकूमत चला रहे हैं।इन मनुवादियों का सिद्धांत अंग्रेज़ों के जैसा है।जिस प्रकार अंग्रेज़ फुट डालो राज़ करो नीति पर चलते थे उसी प्रकार यह RSS और भाजपा वाले भी कर रहे हैं।
विनय पासवान ने कहा कि केंद्र की सरकार दलित और महादलितों के आरक्षण को समाप्त करने के जुगाड़ में लग गयी है ।देश महंगाई, बेरोज़गारी का दंश झेल रहा है ।उससे युवाओं का ध्यान भटकाने के लिये CAA और NRC जैसा काला क़ानून देश में लाया।अब दलित महादलित के आरक्षण को समाप्त करने में लग गयी है।उन्हों ने दलित मुस्लिम एकता को मजबूत करने पर ज़ोर दिया।
सैयद नेयाज अहमद ने कहा कि कल तक NRC और CAA के खिलाफ सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोग थे लेकिन जब हक़ीक़त को समझ गए तो अब दलित और महादलित समाज के लोग भी खुल कर आने लगे हैं।यही वजह है कि चंद्रशेखर आज़ाद रावण ने शाहीन बाग पहुंच कर CAA और NRC के खिलाफ आवाज़ बुलंद किया।और आज उन्हों ने पूरा भारत बन्द का एलान कर दिया।उनकी आवाज़ बन कर हम सभी यहाँ जमा हुए हैं।जिस प्रकार आज़ादी की लड़ाई अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ी गयी थी जिसमे सभी जाति ,धर्म के लोग मिल कर लड़े थे उसी प्रकार इस आरएसएस के मुखौटे के खिलाफ लड़ना होगा।





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