पुपरी से अवैध नर्सिंग होम का संचालक गिरफ्तार। किये कई बड़े खुलासे
पुपरी - शहर के डब्लू एच मेमोरियल हॉस्पिटल में एक माह पूर्व हुई जच्चा-बच्चा की मौत मामले में जहां स्थानीय पुलिस की करवाई मंथर गति से चल रही है। वहीं नानपुर थाना क्षेत्र के एक मामले में जाले पुलिस की त्वरित करवाई ने पीड़ित परिवार को राहत दी है। अब यहां के लोग जाले पुलिस के इस करवाई को इसी तरह के एक मामले में पुपरी पुलिस की चल रही करवाई पर सबाल खड़ा करते हुए आईना दिखाने जैसा मान रहे है। जानकारी के मुताबिक नानपुर थाना क्षेत्र के बोखरा गांव निवासी मो. रिजवान नामक व्यक्ति को बबासीर की शिकायत थी। वह गत 30 जून को दरभंगा जिले के जाले बाजार के शंकर चौक स्थित शिवम सेवा संस्थान नामक नर्सिंगहोम में इलाज के लिए पहुंचा। जहां उक्त नर्सिंगहोम के संचालक द्वारा ऑपरेशन के लिए भर्ती कर लिया गया। लेकिन ऑपरेशन के कुछ ही समय बाद महज दस मिनट के भीतर रिजवान की मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतक के परिजनों द्वारा वहां जमकर हंगामा किया गया। बाद में मृतक के भतीजा के बयान पर जाले थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई। इस घटना के बाद उक्त नर्सिंग होम के संचालक व कतिथ चिकित्सक फरार हो गए। बाद में उक्त नर्सिंगहोम को वहां के पुलिस प्रशासन द्वारा 2 जुलाई को सील कर चिकित्सको की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरु की गई। इसी क्रम में जाले की पुलिस ने नर्सिंगहोम के संचालक व कथित दो चिकित्सको को पुपरी शहर से पिछले दिनों गिरफ्तार कर ले गई। जाले पुलिस की माने तो गिरफ्तार दोनो चिकित्सक समस्तीपुर जिले का रहने वाला है। इनमे कथित चिकित्सक अरुण कुमार राय पटोरी थाना अंतर्गत रुपौली गांव का रहने वाला है जबकि दूसरा पंकज कुमार राय पटोरी थाना के ही चकसिया गांव का रहने वाला है। जाले पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार अरुण जाले स्थित उक्त नर्सिंगहोम का संचालक है जबकि दूसरा पुपरी का। पुलिस के मुताबिक उक्त नर्सिंग होम जाले ही नही सीतामढ़ी जिले के कई स्थानों से लेकर दूसरे जिले के बेनीपट्टी आदि जगहों पर नेटवर्क के रुप मे संचालित है। उक्त सभी नर्सिंगहोम का संचालन अलग-अलग लोग करते है। जाले पुलिस के समक्ष कथित चिकित्सक अरुण राय ने बयान दिया है कि पढ़ा लिखा बेरोजगार है और चिकित्सक क्षेत्र का कोई प्रमाण पत्र नही है। अब सबाल उठता है कि जब जाले पुलिस दूसरे क्षेत्र की घटना मामले में इतनी सजग है तो फिर पुपरी पुलिस एक माह बाद भी इतनी उदासीन क्यो है? मालूम हो कि गत 28 मई को शहर के झझिहट रोड स्थित डब्लू एच मेमोरियल हॉस्पिटल में जैतपुर मोहल्ला निवासी रोहित पासवान की पत्नी सोनी कुमारी को डिलेवरी के लिए परिजनों ने भर्ती कराया था। लेकिन गलत ऑपरेशन के कारण जच्चा-बच्चा की मौत हो गई और यह आरोप लगाते हुए घटना के बाद परिजनों ने हंगामा किया था। इसके बाद हॉस्पिटल को सील कर दिया गया। साथ ही इस मामले मृतक पक्ष से लेकर पीएचसी द्वारा भी थाने में अलग-अलग दो प्राथमिकी दर्ज की गई। स्वास्थ्य विभाग के जांच में यह अस्पताल अवैध पाया गया था। हैरत की बात यह है कि जांच टीम ने डब्लू एच मेमोरियल से कई समान जब्त किया था। इनमे इस हॉस्पिटल के नाम से एक पुर्जा भी शामिल है जिस पर इसका ब्रांच डोसीमना चौक भरवाड़ा, दरभंगा लिखा हुआ है। साथ ही उस पर कई चिकित्सक के नाम व मोबाइल नंबर भी दर्ज है। इतना साक्ष्य होने के बावजूद लोग जाले व पुपरी पुलिस के कार्य प्रणाली की तुलना शायद इसी बात को लेकर करने लगे है कि यहां की करवाई इतनी मंथर गति से क्यो चल रही है।
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