पुपरी - खुले आसमान के नीचे रात गुजार रही बुजुर्ग महिला को इलाज के बाद उसके घर नेपाल के जलेश्वर के समीप मरई गांव पहूंचा कर स्थानीय युवाओं ने मानवता की अनूठी मिसाल पेश किया
चाइल्ड लाइन,सीतामढ़ी के श्री मनीष कुमार के पहल पर विगत 26 दिसंबर को चोरौत प्रखंड के झटियाही चौक से पुपरी पीएचसी इलाज के लिये लायी गयी बुजुर्ग महिला को कल 28 दिसंबर शुक्रवार को उसके नेपाल के जलेश्वर के समीपस्थ मरई ग्राम स्थित आवास पहुँचा कर स्थानीय युवाओं ने मानवता की अद्भुत मिसाल कायम कर दिया है।
समाचार पत्र मे प्रकाशित खबर "खुले आसमान के नीचे रात गुजार रही महिला" को पढ़ चाइल्ड लाइन के श्री मनीष कुमार ने राजबाग़ युवा संस्थान,पुपरी के संयोजक श्री अतुल कुमार से संपर्क कर उस महिला को मदद करने का अनुरोध किया। श्री अतुल कुमार ने तत्क्षण चोरौत प्रखंड सरपंच संघ के अध्यक्ष श्री हेमंत शुक्ला से बातचीत कर उस बुजुर्ग महिला के जीवनरक्षा हेतु अनुरोध किया। तत्पश्चात श्री शुक्ला उस बुजुर्ग महिला को निजी वाहन से पुपरी पीएचसी ले कर पहुँचे जहाँ डॉ कफील अख्तर अंसारी ने उनका उपचार किया तथा उन्हें आवश्यक दवाईयाँ भी दी गयी। उन्हें स्थानीय युवाओं के सहयोग से कड़ाके की ठंड से बचाव के लिये स्थानीय बाजार से कंबल,शॉल व साड़ी भी उपलब्ध कराया गया साथ ही भोजनादि की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई।
दिनांक 27 दिसंबर को श्री हेमंत शुक्ला एवं श्री रवि वर्मा उर्फ रॉकी उस बुजुर्ग महिला के द्वारा बताये गये उनके गाँव नेपाल के मरई पहुँचे जहाँ उनकी पहचान परिजन व गाँववालों ने की तथा बतलाया कि उस बुजुर्ग महिला का नाम चन्द्रकला देवी है तथा उनके पति का नाम स्व. रामानंद लाल कर्ण है। उनकी पहचान सुनिश्चित हो जाने पर कल 28 दिसंबर को श्री हेमंत शुक्ला,श्री विकास कुमार आदि युवाओं ने निजी वाहन से उन्हें सकुशल उनके घर पहुँचा दिया।
इस नेक कार्य के लिये चोरौत प्रखंड सरपंच संघ के अध्यक्ष श्री हेमंत शुक्ला स्थानीय युवा श्री रवि वर्मा उर्फ रॉकी,श्री विकास कुमार,श्री सोनू कुमार,श्री दिवस झा आदि की जितनी भी प्रशंसा की जाये वो कम ही होगी। इन लोगों ने उस बुजुर्ग महिला की जीवन रक्षा कर समाज के समक्ष एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है।
इस पूरे प्रकरण मे सरकारी पदाधिकारी,जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की संवेदनहीनता खुल कर सामने आई है। पुपरी-चोरौत मुख्य पथ पर खुले आसमान के नीचे चार-पाँच दिनों से कड़ाके की ठंड मे रह रहे इस बुजुर्ग महिला को सभी लोग देख कर भी अनदेखी करते रहे जो वर्तमान सभ्य समाज के लिये एक कलंक है। इसकी जितनी भी निंदा की जाये ओ कम ही होगी।
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